Thursday, July 09, 2009

Have fun with machine translation

although machine translation atleast lets us get a jist of the matter from webpages written in many languages in which we are not proficient sometimes they are so much jibberish for the person who knows the languages and sound really funny
for example

"मधुमेह पर-Diets.net, हम डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए एक विशेष आहार होने के महत्व पर जोर देता है. क्या वास्तव में एक "मधुमेह आहार" क्या है? जब ज्यादातर लोग इस शब्द की "आहार," वे कुछ लोकप्रिय आहार कि उनके दोस्त हैं, यह Atkins आहार या गोभी का शोरबा आहार जैसे प्रयास किया है सकते हैं के बारे में सोच है. ताकि जल्दी से अपना वजन कम आहार जैसे ये आमतौर पर कि dieter कुछ काफी (जैसे कठोर हो की आवश्यकता है केवल एक का चयन कुछ खाद्य पदार्थ) खाते हैं.
वजन इन के रूप में हानि आहार ऐसे ही खतरनाक नहीं है, लेकिन किसी को भी लंबे समय में उनके अतिरिक्त भार दूर रखने में मदद की उम्मीद नहीं कर रहे हैं.
मधुमेह आहार प्रियसिद्धांत वजन-नुकसान आहार से संबंधित नहीं हैं. "आहार" वास्तव में सिर्फ खाना है कि एक व्यक्ति को प्रत्येक दिन खाती का उल्लेख शब्द. कौन खा रहा है कि दुनिया में हर कोई एक आहार पर है! आश्चर्य की बात की अवधारणा दरअसल, it'sa तरह. "
"

टाइप वन मधुमेह (टी।डी) से जुड़े जीन

लंदन। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने टाइप वन मधुमेह (टी।डी) से जुड़े जीन के आनुवांशिक संरचना के ऐसे चार परिवर्तनों को खोज निकाला है जिनसे इस बीमारी के बढ़ने का खतरा कम हो सकता है। साइंस पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के नतीजों में टी।डी और आहार नली के संक्रमण (एंटरोवाइरस) के बीच संबंध बताये गये हैं। एंटरोवाइरस आमाशय और आंतों के बीच के क्षेत्र से फैलता है लेकिन अधिकतर बार इसके लक्षण नजर नहीं आते। हर व्यक्ति के शरीर में आईएफआईएच। जीन होता है जो शरीर के संक्रमण रोधी प्रतिक्रिया तंत्र में अहम भूमिका निभाता है। महत्वपूर्ण रूप से यह टाइप वन मधुमेह से जुड़े मानव जीन के ही हिस्से में पाया जाता है। आईएफआईएच। जीन में प्रोटीन पाया जाता है जिसकी पहचान कोशिकाओं में वाइरस की मौजूदगी से होती है और यह रोगप्रतिरोधक तंत्र की सक्रियता को नियंत्रित करता है। यह आनुवांशिक संरचना के चार परिवर्तनों में से एक है। इंटरोवाइरस संक्रमण आमतौर पर टी।डी के नये मरीजों में पाया जाता है। शोधकर्ताओं ने जिन चार जीन का पता लगाया है उनके बारे में अनुमान है कि वे आईएफआईएच। जीन के प्रोटीन के प्रभाव को कम कर देते हैं। नतीजतन टाइप वन मधुमेह का खतरा कम हो जाता है।

सऊदी अरब में भारतीयों में तनाव,मधुमेह सामान्य

सऊदी अरब में भारतीयों में तनाव,मधुमेह सामान्य

दुबई। सऊदी अरब में निवास कर रहे भारतीयों पर तनाव और मधुमेह का शिंकजा कसता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार रियाध के चिकित्सकों के एक दल ने पिछले शुक्रवार को हुए चिकित्सा शिविर के दौरान पाया कि अधिकतर मरीजों को इस बात की जानकारी भी नहीं है कि वे मधुमेह तनाव और उच्च कोलेस्ट्राल से पीड़ित हैं। शिविर में लगभग 650 भारतीय मरीजों की जांच की गई जिनमें से अधिकतर केरल के निवासी थे। कई मरीजों में ब्रोंकाइटिस और पीठ दर्द की भी समस्या मिली।दल के सदस्य डॉ राजशेखरन ने बताया हमने मधुमेह के 20 और तनाव के 50 नए मरीजों की पहचान की जो शिविर के दौरान जांच के लिए आए थे।
प्रकाशित: Mon, 01 Jun 2009 at 17:41 IST (Avdhesh Kumar samay live